गर्लफ्रेंड ने आशिक के साथ मिलकर प्रेमी को उतारा मौत के घाट, शातिर तरीके से दिया गया था घटना को अंजाम

राजनांदगांव। पुलिस ने शुभम मर्डर केस का राज ढाई साल बाद खुलासा कर दिया है। खुलासा हुआ तो पुलिस के भी होश उड़ गये। शुभम जिस लड़की को अपनी गर्लफ्रेंड बनाना चाहता था उसी ने अपने आशिक के साथ मिलकर उसे मौत के घाट उतार दिया था। मर्डर का तरीका इतना शातिरपना से भरा था कि, पुलिस को कातिल तक पहुंचने में पूरे ढाई साल लग गये। पुलिस इस मामले में अबतक शुभम की कथित गर्लफ्रेंड मेघा तिवारी और उसके आशिक नितिन नेपाली और उसके दोस्त दिनेश मारवाड़ी को गिरफ्तार किया है।


पढ़िए पूरी खबर-
दरअसल, मृतक शुभम नामेदव एवं उसके पिता रविन्द्र नामदेव बलात्कार के आरोप में जेल में थे। इस दौरान नितिन नेपाली एवं दिनेश मारवाड़ी से जेल में मुलाकात हुई थी, उस दौरान दोनों ने उन्हें जमानत पर बाहर निकलने की बात कही थी। बाहर निकालने के एवज में मृतक शुभम और उसके पिता से पांच लाख रूपये भी लिया थे। जमानत में बाहर आने के बाद शुभम नामदेव अपने पैसे वापस करने को लेकर लगातार दिनेश नेपाली और दिनेश मारवाड़ी के ऊपर दबाव बना रहा था। साथ ही नितिन नेपाली की महिला मित्र मेघा तिवारी को शुभम नामदेव मैसेज एवं कॉल करके नजदीकी बढ़ाने का भी दबाव बना रहा था। शुभम की इस हरकत से तंग आकर तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी थी।
आरोपियों ने इस हत्या को अंजाम देने के लिए पूरी प्लानिंग पहले से तैयारी कर ली थी। मेघा के बाॅयफ्रेंड नितिन नेपाली ने पैसे वापस करने के बहाने और मेघा से मिलाने का झांसा देकर शुभम को वाॅटसअप काल कर पेंड्री पेट्रोल पंप के पास बुलाया, जिसके बाद 10 सितंबर 2018 की शाम को सात बजे के बीच शुभम अपने घर से कार लेकर निकला। शुभम वहां 7ः30 बजे पहुंचा। नितिन, दिनेश और मेघा पहले से ही वहां पर मौजूद थे। शुभम को शराब पीने के बहाने मेघा ने अंधेरे में चलने को कहा, जिसके बाद नितिन कार के पीछे बैठ गया। जैसे ही शराब पी कर शुभम कार की ड्राइविंग सीट पर बैठा तभी खुखरीनुमा धारदार हथियार से नितिन ने उसका गला रेत दिया। इसके बाद तीनों शुभम को लहूलुहान हालत में अधमरा छोड़कर फरार हो गए थे। गंभीर हालत में शुभम खुद कार चलाते हुए हाईवे किनारे स्थित होटल तक पहुंचा था, जिसके बाद उसे अस्पताल ले जाया गया था। अस्पताल पहुंचते ही शुभम की मौत हो गई।
