छत्तीसगढ़ के इस जिले में होने जा रहा था 17 वर्षीय किशोरी का बाल विवाह, आधे रास्ते लौटी बारात
कोरबा। छत्तीसगढ़ के कोरबा से एक खबर सामने आ रही है जहां एक साढ़े 17 वर्षीय किशोरी को बालिका वधू बनने से बचा लिया गया। बारात पहुंचने से पहले महिला एवं बाल विकास विभाग की टीम ने चाइल्ड लाइन व पुलिस के साथ सयुंक्त रूप से पहुंचकर बाल विवाह होने से रोक दिया|
पढ़िए पूरी खबर-
मिली जानकारी के अनुसार यह पूरा मामला पाली थाना क्षेत्र के ग्राम उड़ता का है। परिजन लॉकडाउन में साढ़े 17 वर्षीय किशोरी की कसईपाली के युवक से शादी तय कर दिए थे। बीते 25 अप्रैल को बारात आने वाली थी, जिसकी सूचना डायल 112 के माधयम से पाली परियोजना की अधिकारी दीप्ती पटेल को मिली। तत्काल प्रकरण में गंभीरता दिखाते हुए सेक्टर पर्येवेक्षक अनुपमा अग्रवाल को चाइल्ड लाइन के कर्मचारियों उमा प्रजापति व पाली पुलिस के साथ कार्यवाही के लिए भेजा।
टीम उड़ता पहुंची जहां उन्होंने देखा की विवाह की पूरी तैयारी हो चुकी थी। बारात पहुंचने से पहले पुलिस व प्रशासन के अधिकारियो को देखकर परिजन के होश उड़ गए। अधिकारियों ने किशोरी की आयु पर संदेह जताते हुए आयु प्रमाण पत्र के लिए अंकसूची दिखाए जाने की बात कही, जिसमे कक्षा दसवीं की अंकसूची में 23 नवंबर 2003 दर्ज था। उसके बालिग होने में पांच माह बाकी है।