उत्तर भारत से आई ठंडी हवाओं ने बदला छत्तीसगढ़ का तापमान: उत्तरी छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड… सरगुजा-बिलासपुर उत्तरी हवा की चपेट में
उत्तर भारत से आई ठंडी हवा के कारण उत्तरी छत्तीसगढ़ यानी सरगुजा और बिलासपुर संभाग के जंगल-पहाड़ों में कड़ाके की ठंड शुरू हो गई है। अंबिकापुर और पेंड्रा से लेकर कवर्धा के पहाड़ी इलाकों में न्यूनतम तापमान 6-7 डिग्री पर पहुंच गया है।
मैनपाट और जशपुर के पंडरापाठ इलाकों में पारा 4 डिग्री के आसपास है और ओस जमने की वजह से सुबह घास से पुआल तक, हर जगह बर्फ की चादर नजर आने लगी है। वहां रविवार-सोमवार की दरमियानी रात पारा 2 डिग्री तक उतर जाने के आसार हैं। राजधानी रायपुर में भी 24 घंटे में रात का तापमान 4 डिग्री गिरकर 14 डिग्री के करीब पहुंच गया है।
मौसम विशेषज्ञों ने अगले 24 घंटे में उत्तरी और मध्य छत्तीसगढ़ में कड़ाके की ठंड के आसार जताए हैं। केवल बस्तर में हल्के बादलों के कारण ठंड थोड़ी कम है। उत्तर और मध्य छत्तीसगढ़ में समुद्र से आने वाली नमी का प्रभाव लगभग खत्म हो गया है, इसलिए उत्तर भारत से ठंडी और शुष्क हवा का यहां ज्यादा असर हुआ है।
सिर्फ वहीं नहीं, रायपुर के करीब कबीरधाम में भी न्यूनतम तापमान सबसे कम 6 डिग्री तक पहुंच गया। मौसम विज्ञानियों का कहना है कि उत्तरी और मध्य भारत के ज्यादातर हिस्सों में इस समय अच्छी ठंड पड़ रही है। अधिकांश स्थानों पर घना कोहरा भी है। इसका असर उत्तरी और मध्य छत्तीसगढ़ पर ज्यादा दिख रहा है।
बता दें कि उत्तर से पहुंची ठंडी हवा के असर से उत्तर छत्तीसगढ़ में शनिवार-रविवार की रात इस सीजन में सबसे ठंडी गुजरी। अंबिकापुर का न्यूनतम तापमान 7.2 डिग्री, मैनपाट 5.4 डिग्री और वहीं के घने-जंगल, पहाड़ों में 4 डिग्री पर पहुंच गया। यहां और सामरीपाट के पहाड़ों में तापमान और कम है। इस वजह से अधिकांश जगह घास से लेकर पुआल (पैरे का ढेर) तक में जमी ओस बर्फ की चादर सी दिखने लगी है। तस्वीर मैनपाट की।