March 29, 2024

रायपुर ब्रेकिंग: 10 रुपए के सिक्के नहीं लेने पर दर्ज होगा केस, राजधानी में करीब 6 सालों से बंद है लेन-देन


रायपुर की दुकानों पर 10 के सिक्के भारतीय मुद्रा ही नहीं माना जाता। जब भी कोई ग्राहक 10 का सिक्का देता है तो सामने से दुकानदार यही कहता है ये नहीं चलता। अब इस मामले पर जिला प्रशासन सख्त रुख अपना सकता है। रायपुर के कलेक्टर ने ये तक कहा है कि अगर कोई RBI की जारी मुद्रा को लेने से इनकार करेगा तो उसके खिलाफ मामला दर्ज किया जा सकता है।


अब समझिए कि बाजार के क्या हाल हैं। राजधानी में करीब पांच-छ: साल से 10 रुपए के सिक्कों का लेन-देन बंद है। चौंकाने वाली बात यह है कि इन सालों में अब तक प्रशासन की ओर से किसी भी कारोबारी पर कोई कार्रवाई नहीं की गई। रायपुर में RBI का स्टेट ऑफिस है, वहां के अफसरों को भी इस बात की जानकारी मिलती रही मगर उन्होंने भी कुछ नहीं किया।

क्यों नहीं लेते 10 के सिक्के
व्यापारियों की माने तो एक साथ 10 के सिक्के बड़ी संख्या में इकट्ठा करने पर बैंक वाले भी उसे जमा करने से इंकार कर देते हैं। ऐसा कुछ मामलों में हो चुका है इसके बाद ये बात कारोबारियों के बीच तेजी से फैली और अब 10 का सिक्का देखते ही बहुत से दुकानदार एक सुर में ना कह देते हैं। कारोबारी संगठनों के दबाव बनाने के बाद बैंक ने सिक्के लिए थे, मगर 10 का सिक्का न लेना एक चलन बन चुका है।

क्या कहा कलेक्टर साहब ने
दरअसल रायपुर के कलेक्टर डॉ सर्वेशर भूरे सोमवार को आम लोगों से मुलाकात कर रहे थे। इसी बीच लाखे नगर निवासी डॉ जितेंद्र सोनकर ने 10 रुपये के सिक्के को बाजार में मान्य करने संबंधी आवेदन प्रस्तुत किया इस पर कलेक्टर डॉ सर्वेश्वर नरेन्द्र भुरे ने रायपुर जिले के निवासियों एवं व्यापारियों से अपील की है कि 10 रूपये के सिक्के को लेने से इंकार ना करें। अगर कोई भी व्यक्ति रिजर्व बैंक ऑफ इडिया द्वारा जारी किए गए सिक्कों को नही लेता है ऐसी स्थिति में उस व्यक्ति के ऊपर मामला दर्ज कराया जा सकता है।