कोरोना के नए वैरिएंट को लेकर छत्तीसगढ़ में अलर्ट जारी: सभी जिलों में जांच बढ़ाने के आदेश

रायपुर Corona New Variant: केंद्र सरकार ने केरल में कोरोना के सब वैरिएंट जेएन-1 का पहला मामला सामने आने के बाद इंफ्लूएंजा तथा सांस संबंधी शिकायतों पर विशेष निगरानी के लिए नई गाइडलाइन जारी की है।


केंद्र सरकार के निर्देश के बाद प्रदेश में भी कोरोना को लेकर स्वास्थ्य विभाग सतर्क हो गया है।
स्वास्थ्य विभाग की अवर सचिव रेणु जे पिल्ले ने राज्य के सभी कलेक्टरों को कोरोना संक्रमण के सर्विलेंस, बचाव, रोकथाम और इलाज के लिए आवश्यक तैयारियों के लिए आदेश जारी किया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया के साथ भी बुधवार को मेडिकल कालेज से संबद्ध अस्पताल अधीक्षकों, सीएमएचओ और स्वास्थ्य अधिकारियों की बैठक होगी। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री वीडियो कांफ्रेंसिग के माध्यम से कोरोना को लेकर स्वास्थ्य सुविधाओं की तैयारियों की समीक्षा करेंगे।
JN.1 वैरिएंट को लेकर छत्तीसगढ़ में अलर्ट जारी
कोरोना के नए वैरिएंट ने फिर चिंता बढ़ा दी है। JN.1 वैरिएंट को लेकर छत्तीसगढ़ में अलर्ट जारी किया है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी की गई गाइडलाइन के मुताबिक अब सभी जिलों में कोविड की जांच को बढ़ाया जाएगा। साथ ही सैंपल रायपुर एम्स भेजे जाएंगे, जहां यह देखा जाएगा कि कोविड का नया वैरिएंट कहीं प्रदेश में तो पैर नहीं पसार रहा।
रियलिटी जांच के लिए माकड्रिल की सलाह
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन में राज्य में वर्तमान स्वास्थ्य संसाधनों की रियलिटी जांच के लिए समय-समय पर माकड्रिल करने की सलाह दी गई है।
साथ ही लक्षण नजर आने पर एंटीजन और आरटीपीसीआर परीक्षणों की प्रक्रिया भी जारी रखने के लिए कहा गया हैं। पाजिटिव मामले मिलने पर सैंपल जीनोम सिक्वेंसिंग के लिए एम्स भेजे जाएंगे। कोविड की रोकथाम के लिए लोगों को भी जागरुक रहने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
जिले में होंगे 100-100 टेस्ट
अवर सचिव ने प्रत्येक जिले में कोरोना के प्रतिदिन 100-100 सैंपल जांच करने के निर्देश दिए हैं। आरटी-पीसीआर से जांच होगी।
महामारी नियंत्रक निदेशक डा सुभाष मिश्रा ने कहा, देश में कोरोना के केस बढ़ रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से नई गाइडलाइन मिली है। लोगों को डरने की जरूरत नहीं है, क्योंकि कोरोना का नया सब वैरिएंट घातक नहीं है। हालांकि, हाई रिस्क के लोगों को सावधानी बरतने की जरूरत है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री सुविधाओं की समीक्षा करेंगे।
