April 28, 2024

BIG NEWS : अनियंत्रित हुआ चीन का 21 टन वजनी रॉकेट, धरती पर कहीं भी मचा सकता है तबाही


बीजिंग/नई दिल्ली। चीन ने गुरुवार को अपने लॉन्ग मार्च 5बी रॉकेट ( Long March 5B Rocket ) को लॉन्च किया। 21 टन वजनी विशालकाय रॉकेट अंतरिक्ष में अनियंत्रित हो गया है और अब पृथ्वीं की ओर बढ़ रहा है। चीन का यह खतरनाक रॉकेट कहां पर गिरेगा इसका अभी पता नहीं चल पाया है। विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि चीनी रॉकेट पृथ्वी पर अगर किसी आबादी वाले इलाके से टकराता है तो भारी तबाही हो सकती है। आशंका जताई जा रही है कि इस रॉकेट का मलबा न्यूयॉर्क ( New York ), मैड्रिड और पेइचिंग ( Madrid and Beijing ) जैसे शहरों में कहीं भी गिर सकता है।


विशेषज्ञों ने आशंका जताई है कि आने वाले कुछ दिनों में यह पृथ्वीे पर कहीं भी गिर सकता है। पृथ्वी के चक्कैर लगाने ऑब्जेनक्टप की निगरानी करने वाले खगोलविद जोनाथन मैकडोवेल ने स्पेपस न्यूेज से कहा कि अभी इस सैटलाइट का रास्ताी न्यूखयॉर्क, मैड्रिड, पेइचिंग से उत्त्र की ओर और दक्षिण में चिली तथा न्यू जीलैंड की ओर ले जा रहा है।

उन्होंने कहा कि इस दायरे में यह चीनी रॉकेट कहीं भी टकरा सकता है। यह समुद्र या आम जनसंख्याह वाले इलाके में गिर सकता है। हालांकि उन्हों ने यह भी कहा कि धरती के नजदीक आने पर इस चीनी रॉकेट का काफी हिस्साॉ जलकर राख हो जाएगा।

सैटलाइट ट्रैकर ने पता लगाया है कि 100 फुट लंबा चीनी रॉकेट 4 मील प्रति सेकंड की रफ्तार से धरती की ओर बढ़ रहा है। चीन ने गुरुवार को इस रॉकेट की मदद से अंतरिक्ष में बनाए जाने वाले अपने स्पेरस स्टेचशन का पहला हिस्साॉ भेजा था। इस मॉड्यूल का नाम तियान्हे (Tianhe) रखा गया है।

विशेषज्ञों के मुताबिक 21 टन वजनी यह ऑब्जेहक्ट् चीन के लॉन्गल मार्च 5बी रॉकेट का मुख्य चरण है। उन्होंमने बताया कि गुरुवार को लॉन्चऑ क‍िए जाने के बाद यह रॉकेट समुद्र में पहले से निर्धारित जगह पर गिरने की बजाय धरती के चक्ककर लगाने लगा। बताया जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में यह धरती पर गिरेगा।

रॉकेट का यह मुख्यल हिस्साज 100 फुट लंबा और 16 फुट चौड़ा है। विशेषज्ञों का कहना है कि चीनी रॉकेट का यह विशाल हिस्सा काफी कुछ पृथ्वीट के वातावरण में जल जाएगा लेकिन इसका मलबा धरती पर कहीं भी गिर सकता है। ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब चीन का रॉकेट अंतरिक्ष में अनियंत्रित हुआ है। इससे पहले मई 2020 में लॉन्गज मार्च 5बी रॉकेट का मुख्यह हिस्साल अनियंत्रित हो गया था और अटलांटिक महासागर के ऊपर उसका मलबा गिरा था। नासा ने चीनी रॉकेट के इस हादसे को वास्त्विक रूप से खतरनाक बताया था। गिरने से पहले यह रॉकेट अमेरिका के लॉस एंजीलिस और न्यूसयॉर्क शहर के ऊपर से गुजरा था।

इससे पहले चीन ने अंतरिक्ष में अमेरिका को टक्कर देने के लिए गुरुवार को खुद का स्पेस स्टेशन के पहले कोर कैप्सूल मॉड्यूल को लॉन्च किया था। आने वाले दिनों में ऐसी ही कई लॉन्चिंग के जरिए स्पेस स्टेशन के बाकी हिस्सों को भी अंतरिक्ष में पहुंचाया जाएगा। चीन की योजना इस साल के अंत से अपने पहले स्वदेशी अंतरिक्ष स्टेशन को शुरू करने की है। अभी तक केवल रूस और अमेरिका ने ही ऐसा कारनामा किया है। हालांकि, इस समय केवल अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा का इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन ही सक्रिय है।

चाइना एकेडमी ऑफ स्पेस टेक्नोलॉजी (सीएएसटी) में अंतरिक्ष के उप मुख्य डिजाइनर बाई लिन्होउ ने कहा कि तियांहे मॉड्यूल अंतरिक्ष केंद्र तियानगोंग के प्रबंधन एवं नियंत्रण केंद्र के रूप में काम करेगा और इसमें एक साथ तीन अंतरिक्ष यान खड़ा करने की व्यवस्था है। चीन ने अपने स्पेस स्टेशन को टियोंगॉन्ग (Tiangong) नाम दिया है। चीनी भाषा में इसका मतलब जन्नत का महल होता है।


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