केंद्रीय खेल मंत्रालय का बड़ा फैसला: ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार की जगह अब दिया जाएगा ये अवॉर्ड
नई दिल्ली: केंद्रीय खेल मंत्रालय ने बड़ा फैसला लेते हुए इस वर्ष से ध्यानचंद लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार बंद करने का निर्णय लिया है। मंत्रालय के अनुसार, अब इसके स्थान पर अर्जुन लाइफटाइम पुरस्कार शुरू किया जाएगा।
महान हॉकी खिलाड़ी मेजर ध्यानचंद के नाम पर 2002 में स्थापित ध्यानचंद लाइफटाइम पुरस्कार ओलंपिक खेलों, पैरालंपिक खेलों, एशियाई खेलों और राष्ट्रमंडल खेलों आदि खेलों में हिस्सा लेने वाले खिलाड़ियों को दिया जाता है। वर्ष 2024 के लिए राष्ट्रीय खेल पुरस्कारों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 14 नवंबर है।
वर्ष 2023 में यह पुरस्कार पूर्व बैडिंटन खिलाड़ी मंजूषा कंवर, पूर्व हॉकी खिलाड़ी विनीत कुमार और कबड्डी खिलाड़ी कविता सेल्वराज को दिया गया। मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा, खेल पुरस्कारों के लिए विभिन्न योजनाओं को तर्कसंगत बनाया गया है।
जिसमें ध्यानचंद पुरस्कार के स्थान पर अर्जुन लाइफ टाइम अचीवमेंट अवॉर्ड शुरू किया गया है। जमीनी स्तर पर कोच के प्रयासों को मान्यता देने के लिए अब वे द्रोणाचार्य पुरस्कार के लिए पात्र हैं।
खेल मंत्रालय ने बताया कि अर्जुन लाइफ टाइम अचीवमेंट पुरस्कार की शुरुआत की गई है और यह खेल विकास में आजीवन योगदान के लिए दिया जाएगा।
इसके अलावा खेलो इंडिया योजना को मान्यता देने के लिए खेलो इंडिया विश्वविद्यालय खेलों में ओवरऑल शीर्ष प्रदर्शन के लिए विश्वविद्यालय को मौलाना अब्दुल कलाम आजाद ट्रॉफी दी जाएगी।