लॉकडाउन: गुटखा एवं गूडाखू प्रेमियों का लॉकडाउन में हुआ बुरा हाल, दोगुना से ज्यादा दाम देकर खरीदना पड़ रहा है समान

दंतेवाड़ा। जिले में कोरोना की आड़ में थोक व्यापारियों ने मौके का फायदा उठाते गुटखा-गुडाखू (Gutkha-Gudakhu) एवं सिगरेट (Sigret) की कालाबाजारी शुरू कर दिया है। जिससे गुटखा एवं गूडाखू प्रेमियों को दोगुना से ज्यादा दाम देकर सामान खरीदना पड़ रहा है। दंतेवाड़ा जिले में रोजाना 50-60 कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) मरीज मिल रहे हैं। अभी लॉकडाउन (Lockdown) नहीं लगा है पर साप्ताहिक हाट बाजार आदि को बंद करने का फैसला प्रशासन ने लिया है।


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गौरतलब है कि पिछले वर्ष मार्च अप्रैल में जब कोरोना ने दस्तक दी थी और पूरे देश में लॉकडाउन लगा था उस दौरान भी थोक व्यापारियों ने जमकर कालाबाजारी की थी। लोगों को कोराना का डर दिखाकर आवश्यक जरूरी सामानों के दामों पर बेतहाशा वृद्धि कर जनता को खूब लूटा था। बीते साल लॉकडाउन के समय 10 रूपए का एक डिब्बी गुडाखू 100 से 150 रूपए तक में बेची गई थी। इसी प्रकार गुटखा एवं सिगरेट के दाम भी चौगुना बढ़ा दिए गए थे।
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जानकारी के मुताबिक एक पूड़ा राजश्री गुटखा जिसमें 30 पीस गुटखा रहता है वह पहले 130 रूपए में मिलता था जो आज उसी पूड़े को 220 से 240 रूपए में थोक व्यापारी बेच रहे हैं। वहीं एक पेटी गुड़ाखू जिसमें 24 पैकेट होता है। एक पैकेट में 12 पिस गुडाखू होता है जिसकी कीमत दो दिनों पहले तक 03 हजार रूपए थी उसे बढ़ाकर 08 हजार रूपए कर दिया गया है। इसी प्रकार सिगरेट एवं बिड़ी के दामों में बढ़ोत्तरी कर दी गई है। मौके का फायदा उठाकर कालाबाजारी करने वाले बड़े व्यापारियों पर प्रशासन का कोई अंकुश नहीं है जिसके चलते इनके हौसले बुलंद हैं।
