छत्तीसगढ़ी फिल्म इंडस्ट्री में शोक की लहर: सुप्रसिद्ध कलाकार शिवकुमार दीपक का निधन, CM साय ने दी श्रद्धांजलि

रायपुर: छत्तीसगढ़िया लोक कलाकार एवं छत्तीसगढ़ी फिल्म के सुप्रसिद्ध कलाकार शिवकुमार दीपक का निधन हो गया। उनकी अंतिम यात्रा 26 जुलाई को उनके निवास स्थान पोटियाकला , दुर्ग से दोपहर निकलेगी।


वे शशि साहू, शैलेश साहू ( रंगकर्मी), सलभ साहू, संजीव साहू एवम संजय साहू के पिता थे। उनका जन्म पोटिया कला में 1933 में हुआ था।
बता दें कि शिवकुमार दीपक ने ‘कारी’, ‘दुरी नं. 1’, ‘लेड़गा नं 1’, ‘दो लफाडू’, ‘टेटकूराम’, ‘मयारू भौजी’, ‘तिजा के लुगरा’ ‘ये है राम कहानी’, ‘तहूं दिवाना महूं दिवानी’, ‘धरती मैया’, ‘मितान 420’, ‘धुरंधर’, ‘सोन चिरैया’, ‘बाटा’, ‘सलाम छत्तीसगढ़ी’, ‘भोला छत्तीसगढ़ीया’ इस तरह करीब 50 छत्तीसगढ़ी फिल्म में तथा 25 वीडियो फिल्मों में काम किया।
इसी दौरान मालवी भाषा की फिल्म ‘भादवा माता’ में भूमिका निभाई तथा बंबई के निर्माता के भोजपुरी फिल्म ‘सीता’ तथा ‘गांव आजा परदेशी’ में हास्य भूमिका किया। इसी काल में दो हिंदी फिल्मों में काम करने का आफर मिला। बंबई के कलाकारों के साथ हिंदी फिल्म ‘हल और बंदूक’ तथा ‘सौभाग्यवती’ में हास्य एवं चरित्र भूमिका निभाई।
इस तरह 50 छत्तीसगढ़ी फिल्म 2 हिंदी फिल्म 2 भोजपुरी फिल्म और 1 मालवी फिल्म में काम करने का अवसर मिला। बंबई के निर्माता निर्देशक देवेंद्र खंडेलवाल की सीरियल ‘हकीकत’, ‘घराना’ में बंबई में रहकर शूटिंग किया।
वही आज देर शाम मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा है कि- छत्तीसगढ़ की पहली फिल्म “कहि देबे संदेस” से अपने अभिनय की शुरुआत करने वाले, वरिष्ठ कलाकार शिवकुमार दीपक के निधन का दुःखद समाचार प्राप्त हुआ।
उनका निधन छत्तीसगढ़ी फिल्म और कला जगत की अपूर्णीय क्षति है। ईश्वर से उनकी आत्मा की शांति और परिजनों को संबल प्रदान करने की प्रार्थना करता हूं। ॐ शांति।
