CG में डबल अटैक: स्वाइन फ्लू से महिला की मौत, 7 साल की बच्ची को हुआ डेंगू
बिलासपुर: छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर में स्वाइन फ्लू का खतरा कम होने का नाम नहीं ले रहा है. यहां अब स्वाइन फ्लू से 33 साल की महिला की इलाज के दौरान मौत हो गई है. इतना ही नहीं स्वाइन फ्लू के 2 और नए मरीजों भी डिटेक्ट हुए हैं. ताजा केस सामने आने के बाद अब स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप मच गया है.
बता दें कि अब तक 5 स्वाइन फ्लू के मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो चुकी है. इसमें से 2 मरीज बिलासपुर शहर के ही हैं. अब तक स्वाइन फ्लू के 96 पॉजिटिव केस सामने आ चुके हैं.
स्वाइन फ्लू के साथ बिलासपुर में डेंगू के मरीजों की भी तादाद बढ़ती जा रही है. 7 साल की बच्ची समेत 5 डेंगू के नए मरीजों की पहचान की गई है. फिलहाल सभी मरीजों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. अब डेंगू पीड़ितों की संख्या 47 हो गई है.
इसे लेकर स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट भी जारी कर दिया है. विभाग ने सर्दी, खांसी और बुखार से पीड़ित लोगों को फौरन डॉक्टर से इलाज कराने और ब्लड टेस्ट कराने की अपील की है.
स्वास्थ्य मंत्री ने जारी किए आंकड़े
छत्तीसगढ़ में स्वाइन फ्लू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं. छत्तीसगढ़ के अलग-अलग शहरों में लगातार स्वाइन फ्लू के संक्रमित सामने आ रहे हैं. करीब 12 लोगों की मौत स्वाइन फ्लू से हो गई है. स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने खुद यह आंकड़े सार्वजनिक किए. लगातार बढ़ते आंकड़े और जानलेवा स्थिति को लेकर अब राज्य में सियासत भी शुरू हो चुकी है.
पूर्व CM का प्रदेश सरकार पर निशाना
पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने स्वाइन फ्लू के बढ़ते आंकड़ों को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि छत्तीसगढ़ में स्वास्थ्य व्यवस्था बुरी तरह से चरमरा गई है. अस्पतालों में ना दवाईयां मिल रही है और ना ही आयुष्मान योजना समेत अन्य योजनाओं का लाभ दिया जा रहा है.
सरकार ने मुख्यमंत्री शहरी स्वास्थ्य स्लम योजना के साथ हाट बाजार क्लीनिक योजना भी बंद कर दिया है. इसकी वजह से ना केवल स्वाइन फ्लू बल्कि डेंगू मलेरिया से भी लगातार मौतें हो रही हैं.
भूपेश बघेल ने दावा किया कि उनकी सरकार में मौसमी बीमारियों उल्टी दस्त से मौतौं के मामले नियंत्रित हो गए थे. इस सरकार में बारिश से पहले ही आंकड़े आने लग गए थे.