सस्ता हुआ सोना और चांदी: खरीदी से पहले यहां जानिए ताजा रेट
नई दिल्ली: विदेशी बाजारों में बहुमूल्य धातुओं की कीमतों में गिरावट के बीच सोमवार को दिल्ली सर्राफा बाजार में सोने का रेट 61 रुपये टूटकर 52,822 रुपये प्रति 10 ग्राम पर आ गया है. पिछले कारोबारी सत्र में पीली धातु का भाव 52,883 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. इसके अलावा सोने की तरह चांदी का रेट भी 146 रुपये के नुकसान से 61,855 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई है.
HDFC सिक्योरिटीज के शोध विश्लेषक दिलीप परमार ने कहा कि कमजोर रुपये और शादियों के सीजन की वजह से मजबूत हाजिर मांग से घरेलू बाजार में सोने की कीमतों में गिरावट सीमित रही है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमतें
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना नुकसान के साथ 1,750.46 डॉलर प्रति औंस पर रहा था. इसके अलावा चांदी भी गिरावट के साथ 21.25 डॉलर प्रति औंस पर कारोबार कर रही थी. परमार ने कहा कि चीन में कोविड पर नियंत्रण के लिए लगाए गए अंकुश के विरोध के बीच डॉलर में मजबूती से कॉमेक्स में सोना नीचे आ गया है.
फ्यूचर्स ट्रेड में सोने की कीमतें सोमवार को 101 रुपये गिरकर 52,443 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गईं हैं. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज पर, अक्टूबर डिलीवरी के लिए कॉन्ट्रैक्ट्स 101 रुपये या 0.19 फीसदी की गिरावट के साथ 52,443 रुपये प्रति 10 ग्राम पर ट्रेड कर रहे थे. यह 2,778 लोट्स के बिजनेस टर्नओवर के लिए है.
देश में सोने-चांदी का आयात घटा
वहीं, आपको बता दें कि देश में सोने और चांदी का आयात घट गया है. वाणिज्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए जानकारी के मुताबिक, अक्टूबर महीने में दोनों धातुओं का इंपोर्ट घट गया है. पीली धातु का आयात अप्रैल-अक्टूबर के दौरान 17.38 फीसदी की गिरावट के साथ करीब 24 अरब डॉलर हो गया है. मंत्रालय के डेटा के मुताबिक, ऐसा मांग में गिरावट आने की वजह से हुआ है. मंत्रालय ने बताया कि सोने का आयात पिछले साल की समान अवधि में 29 अरब डॉलर रहा था.
पिछले हफ्ते कुछ समय गिरावट में रहने के बाद, सोने की कीमतों में उछाल आया था. हफ्ते के आखिर तक, सोना एक फीसदी से ज्यादा बढ़ोतरी के साथ ट्रेड कर रहा था. वहीं, डॉलर, जिसे सेफ हैवन का विकल्प माना जाता है, इसमें चीन में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी की वजह से उछाल देखा गया था. चीन की स्थिति से वैश्विक अर्थव्यवस्था के भविष्य को लेकर चिंताएं आईं थीं. इसलिए, सोने की कीमत हफ्ते की शुरुआत में कमजोर रही थीं.